अब न मुझे कोई शिकायत है ..
आज कल तुमसे नाता कुछ ऐसा हो गया है
हर वक़्त तेरे संग रहनेका एहसास होने लगा है
सितारोंमे तेरा चहरा देकती हूँ
हवाओंमे तेरे बाते सुनती हूँ
बारिश्की बून्दोंसे तेरे आहट चुनती हूँ
बहारोंकी पूलोंमे तेरे कुशबू पाती हूँ
अब न मुझे कोई शिकायत है ..
न बिचडने की गम है
न मिलने की इन्तेजार
क्योंके अब हर पल मै ....
आंखोंमे तेरे सपने सजाये बैटी हूँ
दिल में बस तेरा ही याद लिए बैटी हूँ
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