तुम तो


तुम तो कसम खाने को सोंच ते हो
हम तो ज़हर खाने को तय्यार है

तुम तो साथ चलने को सोंच ते हो
हम तो साथ मारने को तय्यार है

इश्क़ वो दरिया है जानम … 
जिस का किनारा न होता   

यहाँ तो डूबना है....
तुम तो पाँव रख ने के लिये सोंच ते हो

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